FUEL INJECTION SYSTEM
Diesel Engine को चलाने के लिए,Diesel टैंक से Engine तक भेजना पड़ता है। Tank में Diesel भरा रहता है। यह Filter,Injection pump, Injector होते हुए Cylinder तक पहुंचता है। Diesel Engine में फ्यूल फीड सिस्टम के बहुत सारे भाग होते है जो इस प्रकार है।:-
- Fuel Tank
- Fuel Filter
- Injection Pump
- Injector
- Fuel Lines
- Fuel Guage
Four Cylinder डीजल इंजन के लिए फ्यूल फिड सिस्टम में Distribution Type Injection Pump लगा हुआ हित है, और Fuel tank Gravity type का इसके ऊपर स्तिथ होता है। जैसे कि Fuel-कॉक खोलते है, तो फ्यूल, ग्रेविटी के कारण pipe में होकर Hand Primer में और Filter में होता हुआ इंजेक्शन पंप में पहुंचता है। Injection Pump से निकल कर फ्यूल हाई प्रेशर के साथ चारो लाइनों से चारो इंजेक्टर में जाता है। जहां से चारो सिलिंडर में inject होता है।
अब बात करते है, की आखिर Fuel Injection की क्या आवस्यकता है।
- इंजेक्श का सुरुवात और अंत तेजी से होना चाहिए,धीरे धीरे नही।
- Load के अनुसार Injection, सही समय पर, सही Rate से और सही मात्रा में होना चाहिए।
- Atomised दशा में फ्यूल का इंजेक्शन होना चाहिए, और उसे Combustion Chamber में समान रूप से फैल जाना चाहिए।
अब बात करते है इसकी Method की:-
Compression Ignition इंजिनों में फ्यूल इंजेक्शन के दो विधि होते है।
- Air Blast Injection
- Airless or Sollid Injection
ऐरलेस भी दो तरह के होते है।
a. Individual Pump System
b. Common Rail System
1). Air Blast Injection:-
इस विधि का उपयोग सबसे पहले स्थिर इंजिनों में तथा जलयान के इंजिनों में होता था। अब इसका उपयोग नही होता है। इस विधि में पहले हवा को उच्च दबाब पर Compression करते है और फिर इसके साथ फ्यूल को सिलिंडर में inject करते है। Fuel इंजेक्शन की दर हवा के दबाब से control की जाती हैं
उच्च दबाब के कारण हवा का उच्च तापमान हो जाता है। यह compressor इंजन से ही चलाया जाता है। जो इसकी 10 % power Obserb करता है।जिसके कारन इंजन की Net-Output कम हो जाती है। यह बहुत ही महंगा होता है,और साथ में जटिल भी होती है।
2). Airless Injection:-
इस system में High pressure पर फ्यूल को सीधे Combustion Chamber में inject किया जाता है।यह Compressor की Temperature के कारण जलता है, इस विधि में Fuel Pump की जरूरत पड़ती है।जो फ्यूल को High Pressure पर 300 kg/ cm2 देता है, इसके दो भाग है पहला :-
a). Individual Pump System:-
ईस system में, प्रत्येक Cylinder के लिये अलग अलग High Pressure Pump तथा Meatring Unit लगा होता है। Fuel Injection का यह एक जटिल और महंगा system है।
b). Common Rail System:-
इस System में , एक Multi cylinder pump द्वारा एक common Rail में फ्यूल को pump किया जाता है। Relief valve द्वारा इस Rail में दबाब नियंत्रित किया जाता है। इस common rail से प्रत्येक Cylinder में फ्यूल की निश्चित मात्रा पहुंचती है।
Air Blast Injection की तुलना में Airless Injection अधिक सरल , हल्का और सस्ता है। इसमें fuel अच्छी तरह Atomise होता है। High output वाले engine के लिए यह सिस्टम अधिक उपयोगी है।
★ Fuel Filter:-
नाम से ही स्पष्ट हो रहा है, की इसका काम Filtering यानी कि छानने वाला काम होगा, डीजल की गरियों में Filter Fuel, injection pump के पहले लगा होता है।इसका main काम Fuel को छानना है, जिससे कि धूल मिट्टी के कण निकल जाये और फ्यूल साफ होकर Cylinder के अंदर जाए।
★ Fuel Pump:- इसका main काम गाड़ी के Load तथा speed के अनुसार Fuel की सही मात्रा नापना और सही समय पर cylinder में supply करना। इसका प्लंजर एक Cam और Rapit प्रणाली से चलता है। यह plunger एक Baril में ऊपर-नीचे चलता है, इंजन में Cylindero की संख्या अनुसार ही प्लंजरो कि संख्या होती है। Plunger के ऊपर Dia पर एक आयताकार सीधा Groove खाँचा होता है। जो नीचे एक Halical Groove से मिला होता है। डिलीवरी Valve प्रेसर के कारण एक स्प्रिंग के विरुद्ध अपनी सीट के ऊपर उठता है, डिलीवरी वाल्व से Fuel Injector को जाता है। और इंजेक्टर से सिलिंडर के अंदर Inject होता है।
FUNCTION OF FUEL PUMP:-
1. डीजल आयल को ठीक मात्रा में भेजना।
2. प्रत्येक सिलिंडर को बराबर मात्रा में डीजल भेजना।
3. प्रत्येक Cylinder को ठीक समय पर डीजल स्प्रे Start करना।
4. Injection System के अंदर अधिक pressure बनाना जिससे डीजल presson से Atomised होकर निकले।
5. डीजल ऐसे स्प्रे हो कि Combustiom Control में हो।
6. गाड़ी की लोड और स्पीड के हिसाब से Injection Timing बदलना।
INJECTION NOZZLES:- Injector के निचले सिरे पर एक कैप नट के द्वारा Nozzle Tight रहता है,इसकी बॉडी में फ्यूल जाने के लिए Passages बने होते है, बिच में एक valve शीट होती है, जिसपर एक valve बैठा रहता है। Valve के उठने से Nozzle के एक सिरे पर बने छोटे-छोटे छिद्र खुलते है। जिससे होकर Fuel इंजेक्ट करता है।
यह बहुत प्रकार के होते है।
a). Single Hole
b). Conical Ended Single Hole
c). Multiple Hole
d). Long stem
e). Pintle Type
f). Delay Type
1). Air Blast Injection:-
इस विधि का उपयोग सबसे पहले स्थिर इंजिनों में तथा जलयान के इंजिनों में होता था। अब इसका उपयोग नही होता है। इस विधि में पहले हवा को उच्च दबाब पर Compression करते है और फिर इसके साथ फ्यूल को सिलिंडर में inject करते है। Fuel इंजेक्शन की दर हवा के दबाब से control की जाती हैं
उच्च दबाब के कारण हवा का उच्च तापमान हो जाता है। यह compressor इंजन से ही चलाया जाता है। जो इसकी 10 % power Obserb करता है।जिसके कारन इंजन की Net-Output कम हो जाती है। यह बहुत ही महंगा होता है,और साथ में जटिल भी होती है।
2). Airless Injection:-
इस system में High pressure पर फ्यूल को सीधे Combustion Chamber में inject किया जाता है।यह Compressor की Temperature के कारण जलता है, इस विधि में Fuel Pump की जरूरत पड़ती है।जो फ्यूल को High Pressure पर 300 kg/ cm2 देता है, इसके दो भाग है पहला :-
a). Individual Pump System:-
ईस system में, प्रत्येक Cylinder के लिये अलग अलग High Pressure Pump तथा Meatring Unit लगा होता है। Fuel Injection का यह एक जटिल और महंगा system है।
b). Common Rail System:-
इस System में , एक Multi cylinder pump द्वारा एक common Rail में फ्यूल को pump किया जाता है। Relief valve द्वारा इस Rail में दबाब नियंत्रित किया जाता है। इस common rail से प्रत्येक Cylinder में फ्यूल की निश्चित मात्रा पहुंचती है।
Air Blast Injection की तुलना में Airless Injection अधिक सरल , हल्का और सस्ता है। इसमें fuel अच्छी तरह Atomise होता है। High output वाले engine के लिए यह सिस्टम अधिक उपयोगी है।
★ Fuel Filter:-
नाम से ही स्पष्ट हो रहा है, की इसका काम Filtering यानी कि छानने वाला काम होगा, डीजल की गरियों में Filter Fuel, injection pump के पहले लगा होता है।इसका main काम Fuel को छानना है, जिससे कि धूल मिट्टी के कण निकल जाये और फ्यूल साफ होकर Cylinder के अंदर जाए।
★ Fuel Pump:- इसका main काम गाड़ी के Load तथा speed के अनुसार Fuel की सही मात्रा नापना और सही समय पर cylinder में supply करना। इसका प्लंजर एक Cam और Rapit प्रणाली से चलता है। यह plunger एक Baril में ऊपर-नीचे चलता है, इंजन में Cylindero की संख्या अनुसार ही प्लंजरो कि संख्या होती है। Plunger के ऊपर Dia पर एक आयताकार सीधा Groove खाँचा होता है। जो नीचे एक Halical Groove से मिला होता है। डिलीवरी Valve प्रेसर के कारण एक स्प्रिंग के विरुद्ध अपनी सीट के ऊपर उठता है, डिलीवरी वाल्व से Fuel Injector को जाता है। और इंजेक्टर से सिलिंडर के अंदर Inject होता है।
FUNCTION OF FUEL PUMP:-
1. डीजल आयल को ठीक मात्रा में भेजना।
2. प्रत्येक सिलिंडर को बराबर मात्रा में डीजल भेजना।
3. प्रत्येक Cylinder को ठीक समय पर डीजल स्प्रे Start करना।
4. Injection System के अंदर अधिक pressure बनाना जिससे डीजल presson से Atomised होकर निकले।
5. डीजल ऐसे स्प्रे हो कि Combustiom Control में हो।
6. गाड़ी की लोड और स्पीड के हिसाब से Injection Timing बदलना।
INJECTION NOZZLES:- Injector के निचले सिरे पर एक कैप नट के द्वारा Nozzle Tight रहता है,इसकी बॉडी में फ्यूल जाने के लिए Passages बने होते है, बिच में एक valve शीट होती है, जिसपर एक valve बैठा रहता है। Valve के उठने से Nozzle के एक सिरे पर बने छोटे-छोटे छिद्र खुलते है। जिससे होकर Fuel इंजेक्ट करता है।
यह बहुत प्रकार के होते है।
a). Single Hole
b). Conical Ended Single Hole
c). Multiple Hole
d). Long stem
e). Pintle Type
f). Delay Type
Note:- Nozzle कभी कभी जाम हो जाता है, तो इसके होल की सफाई की जाती है, तो चलिए जानते है कि आखिर इसकी सफाई कैसे करे:-
Injection Pump विशेषज्ञ को इसकी रिपेयर और जांच करनी चाहिए। इसके लिए Nozzle को खोल कर उसे अच्छी तरह से साफ करें और उस पर लगी कार्बन को , वायर ब्रश द्वारा साफ करे। इसके बाद एक steel की तार जिसका Diameter Nozzle होल से थोड़ा कम हो,पिन वाईस में पकरकर उसके सिरे को महीन ग्राइंडिंग stone पर रगड़े।
फिर Nozzle होल को oil स्प्रे होल्स साफ करें। इसके अंदर बनी सीट को साफ करने के लिए Laping Tool का प्रयोग करे। इसके बाद Nozzle कोAssemble करे और इसकी एक एक कर के टेस्ट करे।
Pressure Test
Leak Test
Spray Test
Injection Pump विशेषज्ञ को इसकी रिपेयर और जांच करनी चाहिए। इसके लिए Nozzle को खोल कर उसे अच्छी तरह से साफ करें और उस पर लगी कार्बन को , वायर ब्रश द्वारा साफ करे। इसके बाद एक steel की तार जिसका Diameter Nozzle होल से थोड़ा कम हो,पिन वाईस में पकरकर उसके सिरे को महीन ग्राइंडिंग stone पर रगड़े।
फिर Nozzle होल को oil स्प्रे होल्स साफ करें। इसके अंदर बनी सीट को साफ करने के लिए Laping Tool का प्रयोग करे। इसके बाद Nozzle कोAssemble करे और इसकी एक एक कर के टेस्ट करे।
Pressure Test
Leak Test
Spray Test
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